Sugarcane : गन्ना किसानों के लिए यह एक काम की खबर है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) ने गन्ने की तीन नई किस्में विकसित की हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि इससे किसानों की जिंदगी बदल जाएगी। इन किस्मों के इतने फायदे हैं कि किसानों की कई समस्याएं अपने आप खत्म हो जाएंगी। आइए जानते हैं
Sugarcane : तीन नई किस्में, खूब फायदा
वैज्ञानिकों का कहना है कि कम पैदावार और लाल सड़न रोग के कारण प्रदेश में किसानों का गन्ने की खेती से मोह भंग हो रहा है। पिछले ढाई दशक में गन्ने की खेती का रकबा घटकर आधा रह गया है। लाल सड़न रोग की रोकथाम के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) की विश्वविद्यालय विमोचन समिति ने नई किस्म सीओएच 176 को मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार के पास भेजा है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस किस्म से प्रति एकड़ 550-600 क्विंटल पैदावार होगी। इसके अलावा उत्तर भारत के लिए सीओएच 179 को जारी करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है और सीओएच 188 किस्म को भी जल्द जारी करने की तैयारी है। ये तीनों किस्में लाल सड़न रोग से लड़ने में सक्षम हैं। इनके बीज अगले साल फरवरी में किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारी है।

30 वर्षों से काम कर रहे वैज्ञानिक
लाल सड़न रोग की रोकथाम के लिए एचएयू के वैज्ञानिक पिछले 30 सालों से काम कर रहे हैं। अब तीन नई किस्में जारी करने की तैयारी कर ली गई है। सबसे पहले सीओएच 176 बाजार में आएगी। फरवरी तक इसे राज्य सरकार से मंजूरी मिलने की संभावना है। कैथल जिले के कौल सेंटर से किसानों को इसके बीज की कुछ मात्रा उपलब्ध कराई जाएगी।
उत्पादन के साथ आय भी बढ़ेगी
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि इन किस्मों से किसानों की आय प्रति एकड़ 31 से 38 हजार रुपए तक बढ़ेगी। वर्तमान में गन्ने की सामान्य किस्म से प्रति एकड़ 350 क्विंटल उपज मिल रही है। इसमें किसानों को करीब 65 हजार रुपए की कमाई होती है। सीओएच 188 लगाने पर किसानों को प्रति एकड़ 96 हजार रुपए तथा सीओएच 179 व 176 लगाने पर किसानों को प्रति एकड़ 1 लाख 4 हजार रुपए तक की कमाई होगी।
तीनों किस्मों के क्या हैं फायदे?
किस्म | COH 176 |
फसल तैयार होने का समय | 11-12 माह |
पैदावार | 550 – 600 क्विंटल प्रति एकड़ |
बिजाई के लिए क्षेत्र हरियाणा | |
चीनी प्रतिशतता | 10 किलो प्रति क्विंटल |
किस्म | COH 179 |
फसल तैयार होने का समय | 11-12 माह |
पैदवार | 500-550 क्विंटल प्रति एकड़ |
बिजाई क्षेत्र | हरियाणा ,पंजाब, यूपी, राजस्थान |
चीनी प्रतिशतता | 10 किलो प्रति क्विंटल |
किस्म | COH 188 |
फसल तैयार होने का समय | 8-9 माह |
पैदावार | 450-500 क्विंटल प्रति एकड़ |
बिजाई क्षेत्र | हरियाणा |
चीनी प्रतिशतता | 10.5 से 11 किलो प्रति क्विंटल |